गौरा पूजा महोत्सव 2026, मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण कोरबा में जनजातीय संस्कृति का होगा भव्य उत्सव

गौरा पूजा महोत्सव 2026, मुख्यमंत्री को मिला विशेष आमंत्रण कोरबा में जनजातीय संस्कृति का होगा भव्य उत्सव
    विष्णु कुमार यादव जिला ब्यूरो
कोरबा (सुघर गांव)। 09 दिसंबर 2025,जिले अंतर्गत में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम कोरबा द्वारा आयोजित होने वाला भव्य गौरा पूजा महोत्सव 2026 इस वर्ष विशेष और ऐतिहासिक होने जा रहा है। 9 से 10 और 11 जनवरी 2026 को महर्षि वाल्मीकि आश्रम,आईटीआई चौक, बालको रोड में आयोजित इस 03 दिवसीय आयोजन की तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं। इसी कड़ी में आश्रम की प्रतिनिधि टीम अध्यक्ष रघुराज सिंह उइके और सदस्य श्रवण यादव ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर उन्हें मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। इस प्रतिनिधि टीम के साथ सहयोग करते हुए और आमंत्रण प्रक्रिया में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराते हुए कटघोरा ब्लॉक सरपंच संघ के अध्यक्ष राजू सिंह श्रोते तथा संगठन से जुड़े अन्य सहयोगी भी साथ रहे। जिन्होंने पूरे सम्मान और उत्साह के साथ मुख्यमंत्री को कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह रखा।
 महोत्सव की विशेषताएँ - जो इसे बनाएंगी ऐतिहासिक  
 100 से अधिक गौरा नृत्य मंडलियों की भव्य प्रस्तुतियाँ देशभर से आने वाली मंडलियाँ अपनी पारंपरिक कला का अद्भुत प्रदर्शन करेंगी। बैगा समुदाय की बड़े पैमाने पर सहभागिता लगभग 500 बैगा प्रतिनिधि अपनी संस्कृति और पहचान को प्रस्तुत करेंगे।5000 से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति* हजारों लोग इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे,जिससे यह महोत्सव ऐतिहासिक रूप लेगा। पारंपरिक अनुष्ठान व रीति-रिवाज गौरा-गौरी पूजा,धर्मिक अनुष्ठान और जनजातीय परंपराएँ मुख्य आकर्षण रहेंगी। विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम लोककला, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ तीनों दिन वातावरण को उत्सवमय बनाए रखेंगी।
 मुख्यमंत्री की उपस्थिति से बढ़ेगी कार्यक्रम की गरिमा
प्रतिनिधि टीम ने मुख्यमंत्री को 11 जनवरी 2026, रविवार दोपहर 2 बजे होने वाले मुख्य आयोजन में उपस्थित रहने का निवेदन किया। प्रतिनिधियों ने कहा - “मुख्यमंत्री की उपस्थिति पूरे जनजातीय समाज के लिए प्रेरणादायी होगी और महोत्सव की गरिमा को कई गुना बढ़ाएगी।”वनवासी कल्याण आश्रम का मानना है कि राज्य सरकार हमेशा जनजातीय संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए समर्पित रही है। मुख्यमंत्री के आगमन से यह महोत्सव और भी भव्य और यादगार बनेगा।
 गौरा पूजा महोत्सव 2026 – परंपरा, संस्कृति और एकता का अद्भुत संगम
 यह आयोजन न केवल जनजातीय समाज की सांस्कृतिक पहचान को सशक्त करेगा, बल्कि प्रदेश की गौरवशाली परंपराओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूती से स्थापित करेगा।

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