कुसमुंडा थाना प्रभारी युवराज तिवारी ने युवक को मारा थप्पड़, कान के पर्दे फटे, पीड़ित हुआ लहू–लुहान..
TI ने चेंबर में की मारपीट और झूठे मामले में फंसाने की दी धमकी.
पीड़ित दीनदयाल पारिवारिक मामले को लेकर था परेशान, सुलहनामा के नाम पर गया था कुसमुंडा थाना.
रिपोर्टर/ जावेद अली आज़ाद
कोरबा। कुसमुंडा थाने से संबंधित एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां दो पक्षों के बीच विवाद का सुलह नामा करने को लेकर थाना बुलाया गया था। जहां कुसमुंडा थाना प्रभारी (टीआई) युवराज तिवारी ने कुसमुंडा थाने के भीतर खुद के चेंबर में एक युवक के गालों पर थप्पड़ मारते हुए जमकर पिटाई कर दी, जिससे कि युवक लहू लुहान हो गया।
जानकारी मिली है कि पीड़ित युवक दीनदयाल राठौर/पिता अर्जुन लाल राठौर, उम्र लगभग 35 वर्ष, गेवरा बस्ती का निवासी है, मामला यह है कि युवक की पत्नी ने खुद के पुराने जेवर को मायके छोड़कर ससुराल को वापस आई थी। और पत्नी नए जेवर लेने को लेकर अपने पति से जिद कर रही थी। पति का अपने पत्नी से कहना था कि पुराने जेवर से ही काम चलाएं बाद में नए जेवर लेंगे। जब पत्नी मायके गई थी तो पति अपनी पत्नी के बुलाने पर ससुराल वापस लाने के लिए गया था। जिससे जेवर खरीदने का बात करते हुए फिर से पत्नी और उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने दीनदयाल राठौर के साथ लात घुसो से मारपीट की गई।
1.आखिर पीड़ित पति को बुलाकर ससुराल में क्यों और किस उद्देश्य का लाभ लेने के लिए मारपीट किया गया..?
2.आखिर पत्नी को क्या आन पड़ी कि वह खुद के जेवर मायके में छोड़ गई..?
3.क्या ससुराल पक्ष के लोग पीड़ित पति के पत्नी को भड़का कर उसके पति के अन्य संपत्ति को भी हड़पना चाहते हैं..?
4.थाने में पति-पत्नी के बीच सुलहनामा नहीं होने पर क्या पुलिस को मारपीट करने का अधिकार है..?
5.क्या कुसमुंडा थाना प्रभारी दीनदयाल राठौर के साथ मारपीट कर उसकी पत्नी व ससुराल पक्ष से मिलीभगत कर लाभ लेना चाहता है..?
6.घटना घटित होने के बाद कुसमुंडा थाने का ऑनलाइन संपर्क नंबर आखिर क्यों और किस लिए व्यस्त रखी गई है..?
7.इस मामले पर जिला पुलिस प्रशासन क्यों चुप्पी साधी हुई है.. और कुसमुंडा थाना प्रभारी के विरुद्ध आखिर अब तक क्यों करवाई नहीं की गई..?
8.क्या न्याय व्यवस्था दुरुस्त करने के बजाय कुसमुंडा थाना प्रभारी खुद के थाने परिसर को दादागिरी का अड्डा बना रखा है..?
9.क्या पीड़ित दीनदयाल राठौर को जिला पुलिस प्रशासन न्याय दिला पाएगी..?
10.क्या न्यायालय में प्रकरण प्रस्तुत होने के पश्चात दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही होगी..?
बता दें कि मामले की सुलहनामा के लिए कुसमुंडा थानेदार के द्वारा दोनों पीड़ित पक्षों को थाने में बुलाई गई थी। परंतु बताया गया है कि थाना प्रभारी युवराज तिवारी के द्वारा एक पक्षीय सुनवाई कर पीड़ित युवक दीनदयाल राठौर के साथ ताबड़तोड़ मारपीट करते हुए फर्जी केस में फसाकर जेल भिजवाने का गंभीर आरोप टी आई के ऊपर लगाया है। थानेदार के द्वारा मारपीट करने दौरान दीनदयाल के कान के पर्दे फट गए हैं। आम लोगों ने कुसमुंडा थानेदार के विरुद्ध तरह–तरह के प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं, और आक्रोशित नजर आ रहे है। यह खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार दीनदयाल राठौर ने घटित घटना के संबंध में कटघोरा न्यायालय में पिटीशन दायर कर थाना प्रभारी युवराज तिवारी, अन्य के विरुद्ध शिकायत कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।


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