110 भारी वाहन चालकों का निःशुल्क नेत्र परीक्षण, सुरक्षित ड्राइविंग के लिए किया गया जागरूक

110 भारी वाहन चालकों का निःशुल्क नेत्र परीक्षण, सुरक्षित ड्राइविंग के लिए किया गया जागरूक
    बेमेतरा (छत्तीसगढ़ महिमा)। 30 नवम्बर 2025,
 स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में 24 से 29 नवम्बर तक “राष्ट्रीय राजमार्ग वाहन चालक नेत्र परीक्षण सप्ताह” सफलतापूर्वक मनाया गया। राज्य कार्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार आयोजित इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य भारी वाहन चालकों का निःशुल्क नेत्र परीक्षण कर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम सुनिश्चित करना था।
 यह कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमृत लाल रोहलेडर तथा जिला सहायक नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ.बी.एल.राज के मार्गदर्शन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जेवरा एवं चोरभट्टी बाईपास, बेमेतरा में आयोजित किया गया।
 ट्रक चालकों के लिए विशेष नेत्र परीक्षण सुविधाएँ
नोडल अधिकारी डॉ.बी.एल.राज ने बताया कि शिविर में चालक वर्ग का कलर ब्लाइंडनेस,निकट दृष्टिदोष,दूर दृष्टिदोष, प्रेस बायोपिक आदि का विस्तृत परीक्षण किया गया। जिनमें दृष्टि दोष पाया गया, उन्हें उपयुक्त नंबर का चश्मा एवं आवश्यक आई ड्रॉप्स वितरित किए गए। साथ ही सुरक्षित ड्राइविंग के सुझाव भी प्रदान किए गए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले अधिकांश ड्राइवर समयाभाव के कारण नेत्र जांच नहीं करा पाते, जिसके चलते कई बार दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इस आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह विशेष सप्ताह आयोजित किया, ताकि वाहन चालकों के नेत्र स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सके। पूरा कार्यक्रम वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू के सुपर विजन में तथा यातायात प्रभारी रक्षित निरीक्षक प्रवीण खलखो एवं उनकी टीम के सहयोग से संचालित हुआ। पुलिस विभाग की सक्रिय भूमिका से शिविर में भारी वाहन चालकों की बड़ी संख्या में सहभागिता सुनिश्चित हुई। इस विशेष शिविर में कुल 110 वाहन चालकों का नेत्र परीक्षण किया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अंशु अग्रवाल,सहायक नोडल अधिकारी विद्यासागर द्वारा शिविर का निरीक्षण किया गया। यह अभियान न केवल सड़क सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,बल्कि वाहनों को सुरक्षित रूप से चलाने व दुर्घटनाओं को कम करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन के संयुक्त प्रयास का उत्कृष्ट उदाहरण भी है।

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