कुसमुंडा, मानिकपुर जीएम कार्यालय के सामने हुआ जोरदार धरना प्रदर्शन.. एसईसीएल अधिकारियों ने की मांगे पूरी..

कुसमुंडा, मानिकपुर जीएम कार्यालय के सामने जोरदार धरना प्रदर्शन..


ठेका श्रमिकों की हुई जीत, काम बहिष्कार आंदोलन सफल.




ब्यूरो प्रमुख छत्तीसगढ़ राज्य 


कोरबा (सुघर गांव)। एसईसीएल में कार्यरत ठेका श्रमिक और अन्य संगठनो ने बार-बार शासन, जिला कोरबा प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए हुए बार-बार अपनी मांगों को लेकर अवगत कराया जाता रहा है। परंतु शासन प्रशासन ने कुछ हद तक उनकी मांगों को पूरी की गई है। एसईसीएल और आउटसोर्सिंग कंपनियों के द्वारा कार्यरत कर्मचारियों की ईपीएफ, बोनस अन्य मांगों को लेकर लंबे समय से लगातार अनदेखा किया जा रहा था, जिससे स्थानीय ठेका श्रमिको आक्रोश में था और काम बहिष्कार आंदोलन करने को मजबूर हुए। सैकड़ों की तादाद में आज उक्त दिनांक को कुसमुंडा, मानिकपुर जीएम कार्यालय के मुख्य गेट को बाधित कर भू स्थापित श्रमिक और स्थानीय श्रमिकों ने काम बहिष्कार आंदोलन को अंजाम दिया।



बता दें कि एसईसीएल के समस्त कार्यरत ठेका श्रमिकों तथा गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना व भू विस्थापित कामगार संगठन ने एक जुट होकर कोरबा कलेक्टर कार्यालय का घेराव करते हुए स्थानीय मजदूरों की बोनस अन्य मांगों को लेकर सहयोग करते हुए निर्धारित समय पर मांगे पूरी नहीं होने दौरान आंदोलन की बात कही गई थी परंतु एसईसीएल के उच्च अधिकारी और कुसमुंडा, मानिकपुर के अधीन कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनियों ने श्रमिकों की मांगों को अनदेखा करते हुए मौन स्वीकृति बनाए रखी।  जब आंदोलन ने आक्रामक रूप ली और अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे तो एसईसीएल के अधिकारियों ने स्थानीय ठेका श्रमिकों की मांगों पर हामी और सहमति जताते हुए पूरी की।



आउटसोर्सिंग निजी ग्लोबल कंपनी में रहे प्रबंधक का जिले के [social activist], वरिष्ठ पत्रकार से WTP में बदसलूकी– 


भारत देश के चौथे स्तंभ का स्वरूप कहे जाने वाले पत्रकार भी कहीं ना कहीं शोषण के शिकार है। छत्तीसगढ़ राज्य में शासन कर रहे बीजेपी की सरकार ने अब तक पत्रकारों की सुरक्षा हेतु कोई सार्थक कदम नहीं उठाया है जिससे कि आरोपियों तथा अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। एक राहगीर चलते हुए बदमाश प्रवृत्ति का इंसान भी पत्रकारों से बदतमीजी करने पीछे नहीं हट रहा है।

कुसमुंडा खदान में कार्य किए ग्लोबल कंपनी के प्रबंधक अभिषेक सिंह बिहारी ने तथाकथित एक पत्रकार को अश्लील शब्दों का प्रयोग कर उनके व्हाट्सएप में गली गुप्तांग करते हुए झूठे मुकदमे में फसाने की धमकी दी है। कुसमुंडा कोयला खदान में ग्लोबल कंपनी का कार्य खत्म हो चुका है। संबंधित ग्लोबल कंपनी में कार्य किए गए ठेका श्रमिकों के साथ फर्जीवाड़ा किया गया है। जिस संबंध में स्थानीय श्रमिकों के वार्षिक ईपीएफ, बोनस अन्य फर्जीवाड़ा होने संबंधित साक्ष्य सबूत भी पत्रकार के हाथ लगी है, के जानकारी मिलने पर खबर प्रकाशित किया। अभिषेक सिंह बिहारी ने इस मामले को व्यक्तिगत लेते हुए, सोशल मीडिया के व्हाट्सएप में वरिष्ठ पत्रकार को पर्सनल मैसेज भेज कर गाली गलौज किया गया है। जिससे कि उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचाई गई है यह कृत्य आपराधिक मामला है और अपराध की श्रेणी में आता है। जब जिले के पत्रकार सुरक्षित नहीं है और पत्रकारों के साथ निंदनीय घटना घटित हो रही है तो आम लोग कैसे सुरक्षित रहेंगे..? इस मामले से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ग्लोबल कंपनी में रहे प्रबंधक के तौर पर अभिषेक बिहारी ठेका कर्मियों और आम लोगों के साथ कैसा बर्ताव किया गया होगा.. सोचनीय है। अभिषेक बिहारी जैसे जिले में सैकड़ो लोग हैं जो संविधान और कानून का उल्लंघन करते हुए अपराध को अपने हाथ में लेते हैं। और सीना चौड़ा कर समाज में दादागिरी करते हैं। बहरहाल आरोपी बिहारी के विरुद्ध कथित पत्रकार ने छत्तीसगढ़ शासन और जिला कोरबा प्रशासन को सूचित कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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