दीपका में हुआ दर्दनाक हादसा,कोयला खदान में दबे दो युवक का मौत,घर वालों का रो - रो कर बुराहाल,SECL मस्त, ग्रामीण त्रस्त,हादसा जबरदस्त,पानी गिरते ही SECL के कर्मचारी व सुरक्षा बल गायब,पुलिस ने दिया खास योगदान

दीपका में हुआ दर्दनाक हादसा,कोयला खदान में दबे दो युवक का मौत,घर वालों का रो - रो कर बुराहाल,SECL मस्त, ग्रामीण त्रस्त,हादसा जबरदस्त,पानी गिरते ही SECL के कर्मचारी व सुरक्षा बल गायब,पुलिस ने दिया खास योगदान
    प्रमोद कुमार बंजारे संभाग ब्यूरो 
कोरबा (सुघर गांव)। 28 मई 2025,
जिले के गेवरा परियोजना का मामला सामने आया है, जहां मुड़ापार निवासी 02 युवक का कोयला खदान में दबकर दर्दनाक मौत हो गया है। आपको बता दे मुड़ापार के 03 युवक घरेलु उपयोग के लिए कोयला लेने गए हुए थे, जहां कोयला निकाल रहे 03 युवक खदान में दब गए,जिसमें से 02 युवक का अंदर में दब कर मौत हो गया और एक युवक बाल - बाल बचा है।  शासन - प्रशासन के अधिकारी - कर्मचारी यहां मौके पर पहुँचे और दबे हुए युवकों को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल किया है। आपको बता दे और दोनो को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम ने कामयाबी हासिल किया है,आपको बता दे कोरबा जिले के पाली ब्लॉक अंतर्गत थाना हरदी बाजार क्षेत्र के ग्राम पंचायत मुड़ापार का निवासी था। आपको बता दे कि कोयला लेने के लिए गया युवक विशाल यादव और धनसिंह धनवार - मंगलवार सुबह 8: 00 बजे दीपका क्षेत्र की खदान में कोयला निकालने आए थे। कोयला निकालते समय अचानक खदान धस गया। अचानक धस जाने जाने के कारण 03 युवक उसी के अंदर दब गए।जिसमें से एक युवक बाल बाल बच गया,जिस युवक के द्वारा अपने घर वालों को फोन करके बताया तभी दोस्तों ने तत्काल उस जगह पर पहुँच कर एक युवक को हॉस्पिटल ले गए।
बताया जा रहा है कि 03 दोस्तों ने अपने घरेलु यूज के लिए कोयला लेने खदान गए हुएँ थे,तभी यह हादसा अचानक घट गया है। घटना कि सूचना पर SECL दीपका/गेवरा के अधिकारी,हरदीबाजार पुलिस और दीपका पुलिस मौके पर पहुंचीं और तत्काल रेस्क्यू शुरू किया गया। रिस्क्यू में कामयाबी पाने के बाद दोनोें युवक को मृत घोषित कर दिया गया। आपको बता दे कि बारिश होते ही SECL की अधिकारी व CISF दल हादसे के जगह से तुरंत भाग गए खड़े हुए। हरदी बाजार व दीपका पुलिस,कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल,जिला पंचायत उपाध्यक्ष के प्रतिनिधि मुकेश जायसवाल,जनपद सदस्य भुनेश्वर सिंह टेकाम और पत्रकार की टीम व कई जन प्रतिनिधि बारिस में खड़े होकर भीग भीगकर वहां सभी अपने अपने सहयोग दे रहे थे। आपको बता दे SECL के सुरक्षाकर्मी कहाने वाले CISF जवानों ने बारिश चालू होते ही पल्ले झाड़ लिए अगर इसी बिच कोई व्यक्ति फिसलता तो सीधा खदान के नीचे जा गिरता और बढ़ा हादसा होने का संभावना था। आपको बता दे SECL दीपका / गेवरा में कोई सुरक्षा नही है। हालांकि इस हादसे के बाद CISF की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। खदानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिनके पास है,तो जांच कर गलती का खुलासा होनी चाहिए ये सभी का कहना है। हाल में दोनो युवक का शव बाहर निकाल लिया गया है। शव को बाहर निकालते ही एम्बूलैंस में बिना पंचनामा किए जल्दी - जल्दी डाल लिया गया। 
आपको बता दे कि इस तरह का घटना लगातार देखने को मिल रहा है। लाश को गाड़ी में डालते ही अपने मांगो को लेकर ग्रामीण धरना प्रदर्शन करने लगे,वहां क्षेत्रिय विधायक, जिला सदस्य प्रतिनिधि,जनपद, सरपंच, जनसेवक,पत्रकार की टीम व कई जन प्रतिनिधि मौजूद थे। लेकिन SECL के अधिकारी दुर में खड़े रहे।ये घटना से SECL के अधिकारियों को कोई मतलब नही है।ये गरीबो को कीड़ा,मकोड़ा मानते है।जब मृतकों के मुआवजा का बात आया तब विधायक द्वारा SECL के अधिकारियों को बुलाया गया।लेकिन ओ कान में तेल डालकर दूर में खड़े रहे। लास्ट में जब SECL के अधिकारियों के ऊपर FIR का बात आया तो 01- 01 लाख रुपये दिया जाएगा बोला गया। आपको बता दे SECL के अधिकारियों के वजह से यह बड़ा हादसा हुआ है।एशिया के नंबर 01 खदान कहे जाने वाले SECL दीपका / गेवरा में कई ठेका कंपनी मौजूद है लेकिन उस कंपनी में लोकल को कोई महत्व नही दिया जाता है। यहां के कंपनी में पुरा बाहरी लोगो को काम में रखा गया है। 100 प्रतिशत में 20 प्रतिशत लोकल लोगों को रखा गया है। आज अगर बेरोजगार युवाओं के लिए काम होता तो आज यह घटना शायद नही होता।

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