◼️बेटी ने अपने अधिकार के लिए थाने तहसील में लगाई गुहार
सारंगढ़ - बिलाईगढ़ (सुघर गांव)। जिले के तहसील बिलाईगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत परसाडीह के निवासी गोरेलाल जांगड़े संविदा कर्मचारी चतुर्थ श्रेणी प्रधानमंत्री मंत्री ग्राम सडक योजना जिला बलौदाबाजार में पदस्थ हैं,जिनके द्वारा अपने गृह ग्राम परसाडीह के शासकीय भूमि नक्शा खसरा नंबर 147/1 प.ह.नं.- 02 में 03 मुख्य स्थान जिसमें ग्राम पंचायत भवन मुख्य मार्ग,प्रेस सतनाम प्रचारक सत्संग कार्यालय सामुदायिक भवन बड़े नवा तालाब नहर किनारे और बड़े नवा तालाब नीचे पर अपने पदीय कर्तव्यों की दुरूपयोग कर अवैध अतिक्रमण की मामले लगातार सुर्खियों में हैं। इसी कड़ी में उक्त अतिक्रमित भूमि बड़े नवा तालाब नीचे मृतक भाई भुनेश्वर की निवास मकान को कब्ज़ा कर तोड़फोड़ कर उनके बेटी अनुराधा को बेदखल करने की 01 मामले जुडा हुआ हैं। विभागीय कानूनी कार्यवाही नोटिस जारी होने के अनेकों बार भी गोरेलाल जांगड़े पर कोई असर नहीं हो रहें हैं, और उनके द्वारा पदीय कर्तव्यों का दुरूपयोग करते हुए हौंसले बुलंद हैं। जिनका लगातार समाचार प्रकाशन के साथ विभागीय स्तर पर नियमानुसार कार्यवाही की आस में शिकायत जारी हैं।
गांव प्रमुखो रिस्तेदारो की बैठक में सहमति नहीं मिले विवादस्पद में बेटी ने न्याय पाने थाने तहसील में लगाई गुहार,जिस पर अतिक्रमण कर्ता पर होगी सख्त कार्यवाही
आवेदिका अनुराधा ने अपने अधिकार न्याय के लिए पिता भुनेश्वर के निधन दिनांक - 28.01.2023 के बाद दशकर्म कार्य संपन्न होने के बाद अपने परिवार रिस्तेदार के साथ ग्राम के प्रमुख लोगों को एकत्र कर बैठक करा अपने बड़े पिता गोरे लाल जांगड़े से निवास स्थान को कब्जे न कर सुरक्षित पूर्व की भांति निस्तारी के लिए रखने की बात की गईं। जिस पर गोरे लाल द्वारा वाद विवाद कर अपने में अडिग हो किसी की सहमति को नहीं स्वीकारा। तब लंबे समय बाद पूर्व लंबित मामलों को लेकर पुन : गत दिनांक -17.01.2025 को अपने हक अधिकार न्याय पाने थाना बिलाईगढ़ में कानूनी कार्यवाही करने आवेदन दी गई। जिसमें थाने में गोरेलाल जांगड़े से साक्षात्कार में दोनों के बीच सहमति नहीं हो सका, गोरेलाल द्वारा अनुराधा को तेरे पिता ने खेत और मकान को मुझे बिक्री किया हैं अब कुछ नहीं दूंगा जो करना हैं कर लो कर विवाद करने पर थाने बिलाईगढ़ के द्वारा मामले दर्ज कर आगे न्यायलय तहसील बिलाईगढ़ में आवेदिका को आवेदन प्रस्तुत करने की सलाह दी गई। तब थाने में दी आवेदन कार्यवाही के साथ तहसीलदार बिलाईगढ़ को उसी दिन तत्काल आवेदन प्रस्तुत कर अनुराधा ने न्याय की गुहार लगाई हैं।
बिना न्यायालीन कार्यवाही आदेश के मकान की तोड़फोड़ और रहवासी को बेदखल करने पर होगी सख्त कार्यवाही
अनुराधा ने जब तहसीलदार बिलाईगढ़ को पहले आवेदन देकर न्याय की मांग की तो उन्हें बताया गया कि बिना न्यायलय कार्यालय तहसील के आदेश बिना मकान में तोड़फोड़ कर निवासरत लोगों को बेदखल कर जबरन अतिक्रमण करना शासन प्रशासन की अवहेलना करना हैं। पहले थाने में कार्यवाही करने आवेदन करने की सलाह दी गईं, जिस पर आवेदिका ने थाना बिलाईगढ़ में आवेदन दी और वहां आनावेदक गोरेलाल जांगड़े के बीच सहमति नहीं हो विवादस्पद होने पर तहसील में राजस्व विभागीय मामले होने पर तहसील में आवेदन प्रस्तुत किया गया हैं। जिसमें आवेदिका को जल्द न्याय मिलने की आश्वासन दिया गया हैं।
आवेदिका ने बताई परेशानी
आवेदिका ने उक्त प्रस्तुत आवेदन के बारे में जानकारी देते हुए अपनी परेशानी को बताया कि उनके पिता कि मृत्यु के बाद से पहले मकान में निवासरत थे। मेरी विवाह के बाद भी मेरे पति के साथ अधिकतर गांव में रह कर पिता की देखभाल करती थी और कुछ समय मेरे ससुराल में रख कर उनका स्वास्थ्य खराब होने पर भी उपचार भरण पोषण करती आ रही थी। गांव में मेरे बड़े पिता गोरे लाल द्वारा कुछ समय पिता की देखभाल करते हुए जब उनके स्वास्थ्य अधिक खराब होने पर मुझे जानकारी नहीं दे कर पैतृक खेती को बिक्री नामा धोखे से करा लिया और हमें कोई जानकारी नहीं दी। जिसके साथ शासकीय भूमि में बने निवास मकान के छत सीट तोड़फोड़ और समान को क्षतिग्रस्त कर हमें बेदखल कर दिया हैं। जिनके मनमानी से गांव के मेरे परिवार के और रिश्तेदार रूष्ट हैं गोरे लाल जांगड़े के रवैया से। मकान को तोड़फोड़ और अपने कब्ज़ा कर गोरे लाल के बेटे पत्नी द्वारा वाद विवाद के कारण यहां निस्तारी करने आवागमन पर बहुत ही परेशानियों की सामना करना पड़ रहा हैं। अब न्यायलय राजस्व विभागीय अधिकारियो की कार्यवाही में न्याय पाने की पूर्ण आस में बाँट जो रही हूँ।
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