जिले में गौधाम योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न

जिले में गौधाम योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न
  बेमेतरा (सुघर गांव)। 30 नवंबर 2025,
छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग नियम 2005 के अंतर्गत संचालित गौधाम योजना की जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक बीते दिवस जिला मुख्यालय में सम्पन्न हुई। कलेक्टर रणबीर शर्मा के निर्देशन पर बैठक की अध्यक्षता अपर कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज ने की। इस बैठक में उप संचालक पंचायत श्रीमती भूमिका देसाई, जिला स्तरीय समिति के अशासकीय अध्यक्ष एवं सदस्य गण,उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएँ,पशु चिकित्सा विभाग,पुलिस विभाग तथा वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में जिले में गौधामों की वर्तमान स्थिति, पशु क्रूरता की रोकथाम,आवारा एवं घुमंतू पशुओं के संरक्षण तथा गौधाम योजना के प्रभावी क्रियान्वयन से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
घुमंतू पशुओं के लिए बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश
अपर कलेक्टर श्री भारद्वाज ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में गौधाम खोलने की आवश्यक प्रक्रियाएँ शीघ्र पूर्ण की जाएँ। उन्होंने कहा कि सड़क एवं सार्वजनिक स्थलों पर विचरण करने वाले घुमंतू पशुओं का वैज्ञानिक एवं सुरक्षित प्रबंधन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पहले से स्वीकृत गौधामों को पूरी क्षमता के साथ संचालित किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की पशु क्रूरता की स्थिति उत्पन्न न हो।
पराली जलाने पर पंचायत विभाग को कड़े निर्देश
कृषि कार्यों में फसल कटाई के बाद किसानों द्वारा पराली जलाने की समस्या पर भी बैठक में गंभीरता से चर्चा हुई। प्रभारी कलेक्टर ने पंचायत विभाग को सख्त निर्देश दिए कि सरपंच एवं सचिव अपने - अपने क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाओं पर पूरी तरह रोक सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि पराली दहन पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुँचाता है तथा मृदा की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। इसके रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान, निगरानी और वैकल्पिक प्रबंधन उपायों को अनिवार्य रूप से अपनाया जाए।
      अधिकारियों को सौंपे गए दायित्व
गौधाम स्थलों की तत्काल समीक्षा कर आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करना। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा घुमंतू पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण व टीकाकरण नियमित रूप से कराना। पुलिस एवं वन विभाग द्वारा अवैध पशु परिवहन एवं पशु क्रूरता पर प्रभावी निगरानी रखना। पंचायत विभाग द्वारा पराली दहन पर रोक के लिए जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को सक्रिय सहभागिता के लिए प्रेरित करना। बैठक के अंत में अपर कलेक्टर ने कहा कि गौधाम योजना न सिर्फ पशु संरक्षण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है,बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण के लिए भी यह अनिवार्य पहल है। जिले के सभी विभागों का समन्वित प्रयास इसे सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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