जिले में बिना रॉयल्टी के अवैध रेत उत्खनन,वहीं खदानों से चोरों को मिली कोयला चोरी करने की छूट..
राताखार एनीकेट डेम से चोरी–छुपे हो रही अवैध बालू की तस्करी, रेत माफियाओं ने कर रखा है भारी मात्रा में बालू का भंडारण.
एसईसीएल में सीआईएसएफ जवान तैनात होने बावजूद नजर के सामने से की जा रही कोयला चोरी.
जावेद अली आज़ाद/ ब्यूरो छत्तीसगढ़ राज्य
कोरबा(सुघर गांव)। कोरबा जिले के क्षेत्र राताखार–दर्री मुख्य मार्ग में बनी हसदेव नदी पुल के समीप एनीकेट डेम से चोरी छुपे रेत माफियाओं के द्वारा बालू चोरी की घटना को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। चोरी छुपे ट्रैक्टर,हैवी वाहनों व अन्य साधनों से रेत को भर–भरकर वाहनों को सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है। इस जगह पर वर्षों से रेत का अवैध उत्खनन कर रेत माफिया बालू का चोरी कर अपनी जेब भर रहे हैं। प्रशासन की अनुमति लिए बगैर संबंधित जगह पर जांच व सुरक्षा हेतु बिना बैरियर लगे व बिना रॉयल्टी के भारी मात्रा में रेत माफियाओं ने इस जगह को बालू चोरी करने का अड्डा बना रखा है।
एनीकेट डैम जाने वाली मार्ग पर बालू चोरी करने वाले चोरों ने भारी मात्रा में रेत का भंडारण कर रखा है। लगभग 300 ट्रक अवैध रेत भंडारण किया गया है। बता दें कि कुछ ही दूरी पर अवैध रेत की देखरेख और निगरानी व निवास के लिए बाकायदा टीन से बना एक छप्पर बनाया गया है, जिस जगह पर सब्जी भाजी और अनाजों का खेती किया गया है, अवैध रेत की निगरानी के संबंध में कोई शक ना कर सके इसलिए उस जगह के सामने सब्जी भाजी का उपज कर संबंधित पहरेदार ने अपने रहने का बंदोबस्त किया है।
कुछ ही दूरी पर कोरबा कोतवाली और सर्वमंगला पुलिस चौकी है स्थित–
महज कुछ ही दूरी पर सर्वमंगला पुलिस चौकी तथा कोरबा कोतवाली स्थित है, पूर्व में और अब, पड़ताल के दौरान एसईसीएल कुसमुंडा कोयला खदान से कोयला चोरों के द्वारा साइकिलों व अन्य वाहनों में कोयला भरकर कोयले की भारी मात्रा में चोरी की जा रही है। कुछ दिनों पूर्व कुसमुंडा कोयला खदान में कोयला तस्करी का फर्जीवाड़ा सामने आया था। एसईसीएल ने सुरक्षा संबंधित सीआईएसएफ तैनात की गई है परंतु सीआईएसएफ के नजरों के सामने व संरक्षण में कोयले की चोरी की घटना को कोयला चोर विराम दे रहे है, ऐसे ही एनीकेट डेम से बालू की चोरी व कुसमुंडा कोयला खदान से कोयला, कबाड़ अन्य खनिजों की तस्करी भारी मात्रा में लगातार की जा रही है, इसी प्रकार सर्वमंगला पुलिस चौकी के पीछे स्थित ग्राम–गोपालपुर के घर-घर में मादक पदार्थ रासी, माढ़ (दारू) बनाई जा रही है। जिससे संबंधित क्षेत्र के बच्चे, बूढ़े व नव युवक व स्थानीय निवासी नशे में संलिप्त है।
मंत्री विधायक और प्रशासन ऐसे मामलों पर गंभीरता नहीं ले रही है और आंख मूंदकर सो रही है, खूब अच्छे तरीके से हो रही है कोरबा का विकास!!



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