छाया पार्षद मुकेश सोनी की पहल पर गुरु खुशवंत साहेब का जनहित में बड़ा निर्णय–शराब दुकान होगा स्थांतरित

छाया पार्षद मुकेश सोनी की पहल पर गुरु खुशवंत साहेब  का जनहित में बड़ा निर्णय–शराब दुकान होगा स्थांतरित
आरंग (सुघर गांव)। 31 मई 2025, जिले रायपुर के आरंग विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नगर पालिका मंदिर हसौद के डॉ.अम्बेडकर भवन में आयोजित सुशासन तिहार के समाधान शिविर में एक महत्वपूर्ण जन समस्या को लेकर छाया पार्षद मुकेश सोनी द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया गया। आवेदन में बताया गया कि गांधी ग्राम वार्ड क्रमांक 4, 7 एवं 8 के मुख्य प्रवेश द्वार पर संचालित अंग्रेजी शराब दुकान एवं अवैध चखना सेंटर के कारण स्थानीय नागरिकों,विशेष कर माताओं, बहनों एवं स्कूली बच्चों को लंबे समय से असुविधा और असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है। मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आरंग विधानसभा के लोकप्रिय विधायक एवं अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष  कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त गुरु खुशवंत साहेब ने इस गंभीर जन समस्या को अत्यंत संवेदन शीलता और तात्कालिकता के साथ संज्ञान में लेते हुए,मंच से ही उक्त शराब दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की घोषणा की। यह निर्णय न केवल क्षेत्र की माताओं और बहनों को सुरक्षा एवं सम्मान का अहसास कराता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि गुरु साहेब केवल एक जन प्रतिनिधि नहीं, बल्कि जनता को परिवार मानने वाला जन सेवक हैं, जो हर एक की पीड़ा को अपनी पीड़ा मानकर त्वरित समाधान करते हैं। गुरु साहेब  की यह निर्णायक कार्यवाही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन संकल्प की एक जीवंत मिसाल है। इस अवसर पर समाधान शिविर में अधिक संख्या में आमजन,माता - बहनें एवं वरिष्ठ नागरिक उपस्थित रहें।जिन्होंने माननीय गुरु साहेब जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस महत्वपूर्ण विषय को प्रमुखता से उठाने वाले छाया पार्षद मुकेश सोनी का भी धन्यवाद किया। आपको बता दे छाया पार्षद मुकेश सोनी जी ने एक जिम्मेदार और जागरूक जन प्रतिनिधि होने का परिचय देते हुए मंदिर हसौद की जनता की वर्षों पुरानी पीड़ा को मंच तक पहुँचाया। 
क्षेत्र के गांधी ग्राम वार्ड क्रमांक 4, 7 और 8 के नागरिकों की असुविधा को पूरी संवेदनशीलता से समझते हुए उन्होंने शराब दुकान और अवैध चखना सेंटर के खिलाफ आवाज़ उठाई। यह केवल एक शिकायती आवेदन नहीं था,बल्कि उनके भीतर जनहित के लिए गहराई से रची-बसी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का प्रमाण था। 
उनकी दृढ़ता और निर्भीकता का ही परिणाम है कि गुरु खुशवंत साहेब जैसे वरिष्ठ जन प्रतिनिधि ने तुरंत उस मुद्दे को गंभीरता से लिया और जनता को राहत पहुंचाने के लिए त्वरित निर्णय लिया। मुकेश सोनी की यह पहल यह साबित करती है कि जब जन सेवक निष्ठा,ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ कार्य करें, तो प्रशासन भी मजबूती से जनता के साथ खड़ा होता है।

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